
अजीत मिश्रा (खोजी)
।। नोएडा में 100 करोड़ की फ्रॉड गैंग का भंडाफोड़, वकील मास्टरमाइंड समेत 8 गिरफ्तार, 220 फर्जी अकाउंट मिले।।
06 दिसंबर 25, उत्तर प्रदेश।
नोएडा एसटीएफ ने शुक्रवार को एक ऐसे बड़े फ्रॉड का खुलासा किया है जिसने पूरे प्रदेश में हलचल मचा दी है। एसटीएफ ने 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी करने वाले एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जांच में यह खुलासा हुआ कि इस गैंग ने बिना वारिस वाली प्रॉपर्टी पर फर्जी दावेदार तैयार किए और बैंक से करोड़ों रुपये का लोन ले लिया। गिरफ्तार आरोपियों में महंगी गाड़ियां, आलीशान कोठियां, लग्जरी फ्लैट और विला रखने वाले लोग शामिल हैं। एसटीएफ इस फ्रॉड को हाल के वर्षों का सबसे बड़ा संगठित प्रॉपर्टी घोटाला मान रही है।
⭐ गिरफ्तार 8 आरोपी, वकील निकला मास्टरमाइंड—
नोएडा एसटीएफ यूनिट के एडिशनल एसपी राजकुमार मिश्र ने बताया कि इस मामले में रामकुमार, नितिन जैन, अशोक उर्फ दीपक जैन उर्फ रिंकी, शमशाद आलम, इंद्र कुमार कर्मकार, मोहम्मद वसी, अनुज यादव और ताहिर हुसैन को गिरफ्तार किया गया है। इनमें रामकुमार इस गैंग का मास्टरमाइंड है। वह गाजियाबाद के इंदिरापुरम का रहने वाला है और पेशे से वकील है। उसके पास एमबीए और एलएलबी की डिग्रियां हैं और वह पहले HDFC व AXIS बैंक में लोन एक्जीक्यूटिव भी रह चुका है। इसी अनुभव का इस्तेमाल कर वह बिना वारिस वाली प्रॉपर्टी ढूंढता था और उनके लिए नकली वारिस तैयार करवाकर बैंक से लोन लेता था।
⭐ विदेशी नेटवर्क से जुड़ा आरोपी वसी—
आरोपी मोहम्मद वसी झारखंड का रहने वाला है और नोएडा सेक्टर-78 में रहता था। वह एक्सटेंचर कंपनी में अच्छी पोस्ट पर है और उसके पास कई लग्जरी गाड़ियां हैं। वसी गल्फ देशों में रहने वाले परिचितों को लालच देकर फर्जी वारिस बनाता था और लोन मिलने के बाद पैसा विदेश भेजा जाता था।
⭐ 220 फेक बैंक अकाउंट, जांच के दायरे में 20 फर्में—
पूछताछ में सामने आया कि गैंग ने 220 से ज्यादा फर्जी बैंक अकाउंट बनाए थे। पुलिस अब इन खातों के मालिक, लेन-देन और इस्तेमाल का पूरा रिकॉर्ड खंगाल रही है। जांच में 20 फर्जी फर्मों का भी खुलासा हुआ है जिनके जरिए कारोबार दिखाकर धन की आवाजाही की गई थी। कई बिल्डरों और बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत भी सामने आई है, जो लोन को 4–5 दिन में ही पास करा देते थे।
⭐ 5 आरोपी अभी फरार, पुलिस की छापेमारी जारी—
फ्रॉड में शामिल 5 ठग अभी फरार हैं। पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है और मामले को बड़े घोटाले के रूप में देख रही है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जाएगा।





















